जितेंद्र

7 अप्रैल, 1942 को रवि कपूर के रूप में पैदा हुए जितेंद्र एक भारतीय अभिनेता, फिल्म निर्माता और टेलीविजन व्यक्तित्व हैं, जो मुख्य रूप से बॉलीवुड में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है और कई दशकों के सफल करियर का आनंद लिया है। यहां जितेंद्र की एक संक्षिप्त जीवनी है:

प्रारंभिक जीवन:
जितेंद्र का जन्म अमृतसर, पंजाब, भारत में हुआ था। उनके पिता अमरनाथ कपूर का नकली गहनों का कारोबार था। जीतेंद्र ने मुंबई के सिद्धार्थ कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उन्हें छोटी उम्र से ही अभिनय का शौक था और उन्होंने कॉलेज के नाटकों में भाग लिया।

फिल्मी करियर:
जितेंद्र ने 1964 में फिल्म “नवरंग” से अपनी शुरुआत की, लेकिन यह फिल्म “फर्ज” (1967) में उनका सफल प्रदर्शन था जिसने उन्हें उद्योग में एक प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया। वह अपने ऊर्जावान डांस मूव्स और अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं। जितेंद्र को अक्सर अभिनेत्री श्रीदेवी के साथ जोड़ा जाता था, और उन्होंने “हिम्मतवाला” (1983) और “तोहफा” (1984) सहित कई सफल फिल्में एक साथ दीं।

जीतेंद्र 1970 और 1980 के दशक के प्रमुख अभिनेताओं में से एक थे, जिन्हें रोमांटिक फिल्मों, पारिवारिक ड्रामा और एक्शन फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। उनकी कुछ उल्लेखनीय फिल्मों में “कारवां” (1971), “परिचय” (1972), “खिलौना” (1970), “मवाली” (1983) और “धर्म वीर” (1977) शामिल हैं। उन्होंने रमेश सिप्पी, राज कपूर और गुलज़ार जैसे प्रसिद्ध निर्देशकों के साथ भी काम किया।

बाद में कैरियर और टेलीविजन:


एक सफल फ़िल्मी करियर के बाद, जितेंद्र ने 1990 के दशक के अंत में टेलीविज़न की ओर रुख किया। उन्होंने “झलक दिखला जा” और “डांस इंडिया डांस” जैसे लोकप्रिय डांस रियलिटी शो में जज के रूप में काम किया। जितेंद्र के आकर्षण और पर्दे पर उपस्थिति ने उन्हें टेलीविजन पर भी एक प्रिय व्यक्तित्व बना दिया।

व्यक्तिगत जीवन:
जितेंद्र की शादी शोभा कपूर से हुई है, और उनके दो बच्चे हैं, बेटी एकता कपूर, जो एक सफल टेलीविजन और फिल्म निर्माता हैं, और बेटा तुषार कपूर, जो एक अभिनेता हैं। जितेंद्र की बेटी एकता कपूर उनकी प्रोडक्शन कंपनी बालाजी टेलीफिल्म्स चलाती हैं।

सम्मान और मान्यता:
जितेंद्र को भारतीय फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए हैं। भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें 2003 में प्रतिष्ठित फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें 2020 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था।

जीतेंद्र की करिश्माई ऑन-स्क्रीन उपस्थिति, नृत्य कौशल और बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें बॉलीवुड में एक लोकप्रिय अभिनेता बना दिया। उन्हें भारतीय सिनेमा में एक महान शख्सियत के रूप में याद किया जाता है और उन्होंने उद्योग पर एक अमिट छाप छोड़ी है।

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