अजीत

अजीत, जिनका असली नाम हामिद अली खान था, बॉलीवुड के एक लोकप्रिय अभिनेता थे जो खलनायक के रूप में अपनी भूमिकाओं के लिए जाने जाते थे। उनका जन्म 27 फरवरी, 1922 को गोलकुंडा, हैदराबाद राज्य, ब्रिटिश भारत में हुआ था। अजीत ने 1940 के दशक में फिल्म उद्योग में अपना करियर शुरू किया और हिंदी सिनेमा के सबसे प्रमुख खलनायकों में से एक बन गए।

अजीत ने अपनी अनूठी शैली, गहरी आवाज और प्रतिष्ठित संवाद अदायगी के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की। वह अपने विनम्र और परिष्कृत खलनायकों के चित्रण के लिए जाने जाते थे, अक्सर एक विनोदी स्पर्श के साथ। उनका एक प्रसिद्ध जुमला फिल्म “कालीचरण” (1976) का “मोना, डार्लिंग” था।

अजीत की उल्लेखनीय फिल्मों में “नया दौर” (1957), “जंजीर” (1973), “यादों की बारात” (1973), “कालीचरण” (1976) और “डॉन” (1978) शामिल हैं। उन्होंने अपने समय के कई प्रमुख अभिनेताओं और अभिनेत्रियों के साथ काम किया, जिनमें दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र शामिल हैं।

अजीत का ऑन-स्क्रीन व्यक्तित्व जीवन से बड़ा था, और वे भारतीय सिनेमा का एक यादगार हिस्सा बन गए। वह अपने तेजतर्रार अंदाज, स्टाइलिश सूट पहनने और लंबे होल्डर में सिगरेट पीने के लिए जाने जाते थे। खलनायकों के उनके विशिष्ट चित्रण ने उन्हें दर्शकों के बीच एक लोकप्रिय और प्रिय व्यक्ति बना दिया।

अजीत का करियर कई दशकों तक फैला रहा, और उन्होंने हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। वह एक निर्माता भी थे और उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी अजीत फिल्म्स के साथ फिल्म निर्माण में कदम रखा।

दुर्भाग्य से, अजीत का 22 अक्टूबर, 1998 को 76 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बॉलीवुड में उनके योगदान और उनकी यादगार भूमिकाओं को आज भी प्रशंसकों और फिल्म प्रेमियों द्वारा याद किया जाता है और उनकी सराहना की जाती है।

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